Wednesday, September 26, 2018

一座波黑煤电厂的空气污染日记

初冬10月一个阳光和煦的早晨,空气中萦绕着一丝煤炭燃烧后淡淡的味道。一个漫长的夏季之后,今年的家庭供暖季来的有些迟了。我们在波黑北部的图兹拉安装粉尘污染测量设备,一年前的今天,我们在这里进行了首次独立监测。

2016年,我们的颗粒物( 监测结果在很多方面都令人瞠目结舌:不仅几乎所有观测日PM10和PM2.5浓度都高于波黑和世卫组织建议的限值,而且夜间空气中颗粒物的浓度也出现激增。这一趋势让人不禁担忧,图兹拉电站的污染过滤设备究竟是否在正常运作。

今年,我们想验证当地人的说法,看污染是否
更令人担忧的是2017年10月比2016年10月暖和得多,和当地人的交谈让我们了解到,目前还没必要开始家庭采暖。家庭供暖和交通是当局最常挂在嘴边的两个污染源头。如果造成颗粒物浓度上升的不是各家的烟囱,那肯定还有其他污染源。

粉尘从哪里来?

在PM10排放图表中,三个峰值十分显眼:10月11日早上4点-6点、10月15日早上4点-9点、10月18日早上7点-9点。我们研究了上述时段空气污染监测设备提供的气象数据,并得出了一个直截了当的结论:根据风向,和峰值有关的要么是图兹拉的煤电站,要么是相关煤灰处理场,或者两者都难逃干系。

之所以得出这一结论是因为我们的设备安装在处理场以南,电站以北。风从北边来时——即图表的上半部分—— 的排放量极高(每小时高达937微克/立方米),由此得出这是由于来自煤灰处理厂的干灰吹向城镇方向导致的。类似地,风从南边吹来时——图表的下半部分——PM10的排放量较高,很明显煤电站的烟囱是造成这一情况的罪魁祸首。
随着时间的推移越来越严重,并确定记录的污染峰值是否确实是由附近图兹拉的褐煤电站及相关设施引起的。
监测设备放在与之前相同的位置,整整9天的监测时间内, 浓度没有一次低于24小时平均浓度50微克/立方米的法定限值。事实上,观察期(10月10日-19日)内PM10的平均浓度比2016年同期高出了40%。

PM2.5的测量值也比去年高出10%,其浓度是世卫组织推荐的24小时平均浓度25微克/立方米的两倍。当地人所言果然属实。

如果医学界对颗粒物污染有什么共识的话,那就是长期暴露在
.5的人罹患心脑血管疾病,以及过早死亡的几率很高。

Tuesday, September 11, 2018

विवेचनाः रिझाने की कला भूलते जा रहे हैं भारतीय?

ये एक विडंबना है कि भारत जैसे देश में जहाँ कामसूत्र की अवधारणा रची गई और प्रेम की भाषा को खजुराहो, दिलवाड़ा, अजंता और एलोरा के पत्थरों पर उकेरा गया, वहीं लोग प्रेम संवाद और रिझाने की कला भूलते जा रहे हैं.
एक अंग्रेज़ लेखक हुए हैं साइमन रेवेन जिनका मानना था कि 'सेक्स एक 'ओवररेटेड 'अनुभूति है जो मात्र 10 सेकेंड के लिए रहती है.' वो सवाल करते थे कि भला कोई क्यों प्राचीन भारत के ' एरॉटिक साहित्य' का अनुवाद करने की ज़हमत उठाए?
मैंने यही सवाल रखा चर्चित पुस्तक 'द आर्ट्स ऑफ़ सिडक्शन' की लेखिका डॉक्टर सीमा आनंद के सामने और पूछा कि क्या वो साइमन रेवेन के वक्तव्य से सहमत हैं?
सीमा आनंद का जवाब था, ''बिल्कुल भी नहीं. मेरा मानना है कि सेक्स के बारे में हमारी सोच बदल गई है. कितनी शताब्दियों से हमें ये सिखाया जाता रहा है कि ये बेकार की चीज़ है. सेक्स गंदा है और इसे करना पाप है. कोई अब इससे मिलने वाले आनंद के बारे में बात नहीं करता. 325 ई में कैथलिक चर्च ने अपने क़ायदे-क़ानून बनाए जिसमें कहा गया कि शरीर एक ख़राब चीज़ है, शारीरिक सुख फ़िज़ूल है और इसको पाने की इच्छा रखना पाप है.''
''उनका कहना था कि सेक्स का एकमात्र उद्देश्य संतान को जन्म देना है. लगभग उसी समय भारत में वात्स्यानन गंगा के तट पर बैठ कर कामसूत्र लिख रहे थे और बता रहे थे कि वास्तव में आनंद बहुत अच्छी चीज़ है और इसको किस तरह से बढ़ाया जा सकता है. ''
पश्चिम और पूरब की सोच के बीच इस तरह का विरोधाभास आज के युग में अविश्वसनीय सा लगता है. 'अनंग रंग' ग्रंथ के अनुवादक डॉक्टर एलेक्स कंफ़र्ट ने इसीलिए तो कहा है कि साइमन रेवेन जैसे लोगों की सोच की काट के लिए ये ज़रूरी है कि रिझाने की कला के बारे में लोगों को और बताया जाए.
कहा जाता है कि एक प्रेमी के रूप में मर्द और औरत में बहुत फ़र्क होता है और उनकी यौनिकता यानि 'सेक्शुएलिटी' के स्रोत में भी ज़मीन आसमान का अंतर होता है.
सीमा आनंद बताती हैं, ''वात्स्यायन कहते हैं पुरुष की इच्छाएं आग की तरह हैं जो उसके जननांगों से उठ कर उसके मस्तिष्क की तरफ़ जाती हैं. आग की तरह वो बहुत आसानी से भड़क उठते हैं और उतनी ही आसानी से बुझ भी जाते हैं. इसके विपरीत औरत की इच्छाएं पानी की तरह हैं जो उसके सिर से शुरू हो कर नीचे की तरफ़ जाती हैं. उनको जगाने में पुरुषों की अपेक्षा ज़्यादा वक्त लगता है और एक बार जागने के बाद उन्हें ठंडा करने में भी ख़ासा वक्त लगता है.''
''अगर मर्दों और औरतों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाए तो उनकी इच्छाओं में कभी मेल नहीं हो सकता. इसलिए मर्दों को औरतों को रिझाने की ज़रूरत होती है ताकि उनके स्नायुओं के छोर को उत्तेजित किया जा सके. मेरी ये किताब लिखने का उद्देश्य यही है कि रिझाने की कला हर शख़्स के जीवन का एक अंग बन जाए.''
सेक्स पर काफ़ी शोध कर चुके भारत के नामी सेक्सोलॉजिस्ट में से एक डॉक्टर प्रकाश कोठारी स्त्री पुरुष के प्रेम के अंतर को एक दूसरे ढ़ंग से समझाते हैं.
वो कहते हैं, ''मर्द प्यार देता है सेक्स पाने के लिए जबकि औरत सेक्स देती है प्यार पाने के लिए. कम से कम भारत के संदर्भ में ये बात सोलह आने सच है.''
स्त्री-पुरुष संबंधों में शरीर को सुगंधित करने की कला का बहुत महत्व है. अगर किसी स्त्री को किसी पुरुष को आकर्षित करना है तो वो उसे अपने बालों से छूते हुए निकलेगी और अपने पीछे एक ख़ास सुगंध छोड़ जाएगी.
सीमा आनंद बताती है, ''मेरी पसंदीदा सुगंध ख़स की महक है जो बहुत कुछ गर्म धरती पर बारिश की पहली फुआर से उठने वाली सुगंध से मिलती-जुलती है. इस सुगंध को थोड़े से नम बालों पर सुबह सुबह लगा कर उसका जूड़ा बनाया जाता है. गर्दन पर चमेली या रजनीगंधा के फूलों का इत्र लगाया जाता है. स्तनों पर केसर और लौंग के तेल की मालिश की जाती है.''
''इससे न सिर्फ़ अच्छी महक उठती है, बल्कि त्वचा का रंग भी खिल उठता है. दिलचस्प बात ये है कि हर इत्र की हर शरीर पर अलग-अलग महक होती है.''
सीमा आनंद की सलाह है कि औरतों को अपने हैंड बैग के अंदर भी 'पर्फ़्यूम' स्प्रे करना चाहिए, ताकि जब भी आप इसे खोलें, आपको सुगंध का एक भभका महसूस हो और आपका मूड एकदम से खिल जाए.
बेहतर होगा अगर आप अपने जूते या सैंडिल के अंदर भी इत्र का स्प्रे करें क्योंकि पैरों के अंदर बहुत-सी इंद्रियाँ होती हैं जिनपर इनका ख़ासा असर पड़ता है.
कामसूत्र की बात मानी जाए तो प्रणय निवेदन करने की एक गुप्त भाषा होती है और इज़हारे इश्क़ सिर्फ़ ज़ुबान से ही नहीं किया जाता.
सीमा आनंद बताती हैं, ''चाहे आप ज़िंदगी में जितने सफ़ल हों, आपके पास कितना ही धन हो, आप बौद्धिक भी हों, लेकिन अगर आपको प्रेम की गुप्त भाषा नहीं आती तो सब बेकार है. आप को कभी पता नहीं चलेगा कि आपकी प्रेमिका आप से क्या कहना चाह रही हैं और आप कभी सफ़ल नहीं हो पाएंगे.''
''पुराने ज़माने में ये कला इतनी विकसित थी कि आप अपने पार्टनर से बिना कोई शब्द बोले गुफ़्तगू कर सकते थे. मसलन आप किसी मेले में हैं और आपकी प्रेमिका दूर खड़ी दिख गईं तो आप कान के ऊपर वाले हिस्से को हाथ लगाएंगे. इसका मतलब हुआ आप कैसी हैं?''
''अगर आपकी प्रेमिका अपने कान के नीचे वाला हिस्सा पकड़ कर आपकी तरफ़ देखें, इसका मतलब हुआ कि आपको देख कर अब बहुत ख़ुश हो गईं हूँ. अगर प्रेमी अपना एक हाथ दिल पर रखे और दूसरा सिर पर, इसका मतलब हुआ कि तुम्हारे बारे में सोच-सोच कर मेरा दिमाग ख़राब हो चला है. हम कब मिल सकते हैं?''
''इस तरह से दोनों के बीच गुप्त संवाद चलता रहता है.''
यूँ तो स्त्री-पुरुष को उत्तेजित करने के लिए दोनों के शरीर में कई 'इरॉटिक नर्व्स' होती हैं, लेकिन इन सबसे कहीं अधिक उत्तेजित करने का काम करता है मस्तिष्क या दोनों की बौद्धक क्षमता.
सीमा आनंद बताती है, 'आजकल हमारे समाज में एक शब्द बहुत इस्तेमाल हो रहा है— 'सेपिओसेक्शुअल'. इसका मतलब है कुछ औरतें सिर्फ़ बौद्धिक बातों से ही उत्तेजित होती हैं. करी़ब दो हज़ार साल पहले वात्स्यायन ने रिझाने की जिन 64 कलाओं की बात की है, उनमें से 12 मस्तिष्क से संबंधित हैं.''
''वो कहते हैं कि प्रेमियों को शाब्दिक पहेलियाँ खेलनी चाहिए. उनको विदेशी भाषा आनी चाहिए. अगर वो एक-दूसरे से किसी विषय पर अक्लमंदी से बात न कर पाएं तो वो प्रेम के खेल में पिछड़ जाएंगे और धीरे-धीरे दोनों के बीच आकर्षण जाता रहेगा.''
सीमा आनंद ने अपनी पुस्तक का एक पूरा अध्याय चुंबन की कला को समर्पित किया है. वो कहती है कि चुंबन की क्रिया में चेहरे की 34 और पूरे शरीर की 112 मांसपेशियाँ भाग लेती हैं.
सीमा आनंद की सलाह है, ''आप दिन में कुछ करें या न करें, सिर्फ़ एक चीज़ करें, आप अपने पार्टनर का दिन में एक बार ऐसा चुंबन लीजिएगा जो कम से कम 10 सेकेंड लंबा हो. मैंने काफ़ी शोध के बाद पाया है कि एक सामान्य चुंबन ज़्यादा से ज़्यादा 3 सेकेंड लंबा खिंचता है. तीन सेकेंड के बाद लोग सोचते हैं कि ये तो बहुत हो गया.''
''दस सेकेंड काफ़ी लंबा समय होता है. ये हमेशा प्रेमिका को याद रहता है क्योंकि इसका असर पड़ता है. ये बताता है कि आपके लिए मेरे जीवन में एक ख़ास जगह है. एक अच्छे चुंबन का आपके स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है. देखा गया है कि इससे सिर का दर्द और रक्तचाप की बीमारी दूर हो जाती है.''त्री-पुरुष शारीरिक संबंधों में 'पैर' भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, इस पर बहुत कम लोगों की नज़र गई है. सीमा आनंद का मानना है कि रिझाने की कला में पैर कुछ 'खास' होते हैं और महिलाओं को अपने चेहरे से ज़्यादा अपने पैरों की देख-रेख पर ध्यान देना चाहिए.
वो कहती हैं, ''हमारी सारी नर्व एंडिंग पैर में जा कर ख़त्म होती हैं. वो वैसे भी शरीर का सबसे संवेदनशील अंग होता है. आजकल हम अपने पैरों को जकड़ लेते हैं ऊँची एड़ी की सैंडिलों में. मेरा मानना है कि अगर आपको किसी को अपने पैरों के ज़रिए रिझाना है तो बैठिए, अपना सैंडिल उतारिए और अपना पैर थोड़ा इधर-उधर मोड़िए. उसे दिखाइए. वैसे भी ये शरीर के सबसे ख़ूबसूरत अंगों में से एक होता है.''
''बहुत से लोग अपने चेहरे पर बहुत 'मेक अप' लगा लेंगे, हाथों को 'मेनीक्योर' करा लेंगे, लेकिन पैरों पर ध्यान नहीं देंगे. उनकी एड़ियाँ फटी रहेंगी. अपने पैरों को हमेशा सुंदर बनाने का कोशिश करिए क्योंकि ये आपके शरीर का सबसे 'सेक्सी' अंग होता है. ''

Wednesday, September 5, 2018

湄公河现新物种

直到去年,人类才发现这种现在被命名为“蟋蟀鸣叫”的青蛙。科学家在越南广南省被发现这种物种之前,曾一直错以为从它附近发出的微弱杂音来自某种昆虫。
科学家去年在大湄公河区域发现了145个新物种,这种青蛙为其中之一,估计它的现存数量只有数千只。同期被发现的新物种中,还包括一种高七米的食虫植物,以及一种长着吸血鬼牙齿一般的身体半透明的鱼。
世界自然基金会本月发布了一份详细介绍新物种的报告,该报告全名为《新血:大湄公河的新物种2009》”。书中对各种新型物种做了介绍,包括亚洲唯一已知的秃顶妙音鸟“裸面鹎”,以及用身子吸附岩石从而在快速水流逆流而上的吸盘鱼

虽然湄公河区域丰富的生物多样性让人振奋,但报告同时强调了其脆弱性。在该地区,物种迁移缺少高海拔环境,比如气候变化可能会让低地生物面临灭绝的威胁。

目前,各国部长们正在日本名古屋参与联合国主导的生物多样性高峰会议,商讨保护地球生物的未来的相关措施。世界自然基金大湄公河地区的保育总监查普曼(Stuart Chapman)认为新发现加强了向该地区引入资金的必要性,他说:“生物多样性并非均匀分布在全球各地。这些新物种即使的提醒了人们,大湄公河是生物多样性异常丰富的地区。因此,保护这里宝贵的生态系统相比之下应获得更多的资金。”
在德国西南部的联邦州巴登-符腾堡首府斯图加特,有上万人在过去几个月一直在抗议一个庞大的铁路修建项目。从“斯图加特21”首次在90年代中期宣布后,反对意见便开始积聚。德国绿党是反对派的持续中坚力量。但为什么绿党要反对一个铁路工程呢?从依赖重型汽车转向使用铁路难道不是更加可持续发展的象征?
斯图加特21是过度配置的超大型项目的典型代表,运行成本高至数十亿欧元。这一计划旨在把斯图加特的火车总站、全长60公里的铁轨、地铁以及目前的终点站全转化为直达列车服务。赞成者认为这对欧洲高速铁路发展起到重要作用,然而该项目制定者并非把斯图加特项目看做欧洲交通发展的关键。
讽刺的是,该计划将削减一半的可用站台,带来新的问题,扰乱时间表,并且还不能满足铁路旅客90%的需要。迹象还表明,项目发起人在成本、安全及其他方面隐瞒了真相[德语链接]。然而,州政府决心通过此项目,尽管这笔资金可以更好地用在其他铁路项目上[德语链接]。
9月30日,巴登符腾堡州首相下令警方镇压大规模和平示威的活动者。警方使用水炮,警棍和胡椒喷雾对付示威者,括学生,导致至少100人受伤。一名退休人员因受水炮袭击而失明。
如果镇压有任何作用的话,也只是更加坚定了反对派的决心。第二天,10万名示威者再次和平走上街头,一些标语写着“你们打击不了我们,而终将被我们击败。”这一标语意指2011年3月的州选举。尽管他们已经在努力解决纷争,但选举很可能变成针对这个项目的全民选举。民意调查显示,绿党可能会成为赢家,第一次坐上州政府的领导位子。
我碰巧在武力镇压一周后到了斯图加特。示威者和警察在火车站附近的公园对峙。警察筑起围栏,防止反对分子干扰项目的进行(项目迄今已拆除了旧火车站的一侧,公园的一些树木亦遭到砍伐))